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परमात्मा हृदय मैं है

                   हम जितना जादा बहार जाये और दुसरो का भला करे हमारा ह्र्दय उतना ही सुद्ध होगा और परमात्मा उसमे बसेगे \                      हम जितना जादा बहार जाये और दुसरो का भला करे हमारा ह्र्दय उतना ही सुद्ध होगा और परमात्मा उसमे बसेगे \  हम जितना जादा बहार जाये और दुसरो का भला करे हमारा ह्र्दय उतना ही सुद्ध होगा और परमात्मा उसमे बसेगे \

पढ़ना बढना चढना जरूरी है कि नहीं

आज के युग में पड़ना बहुत ही जरुरी हे परन्तु बहुत  ही अप्सोश की बात हे की हम टिक से पड़ाई कर भी नहीं  पा रहे हे और टिक से पड़ा भी नहीं पा रहे हे हमारे गाव या देश में शिक्षा का इस्तर विचारको के अनुमान से कमजोर होता जा रहा हे इसके लिए शिक्षा मंत्री जी इस समस्या का कोई परिस्तिती के हिसाब कोई अच्छा सालुसन निकाल कर शिक्षा का इस्तर बड़ा सकते हे/

हर महादेव हर

हर हर महादेव हर हर महादेव 

खुशियाँ अपने कामो से आती हैं

                          खुशीअपने आप नहीं मिलती, अपने कर्मों से ही आती है, खुशीअपने आप नहीं मिलती,यहआपके अपने कर्मों से ही आती है,

समझो तो जानो

                                          लोग अपने कर्तवो कों भूल जाते हे पर अदिकारो कों याद रखते हे,  सफलता  उन्हें  मिलती  हैं जो हर रिश्तों  में  संतुलन  बनाए  रखते  है