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घर मे गरीबी आने के कारण

╔══════════════════╗ ║       घर मे गरीबी आने के कारण      ║  ╚══════════════════╝ 1💲= रसोई घर के पास में पेशाब करना । 2💲= टूटी हुई कन्घी से कंगा करना । 3💲= टूटा हुआ सामान उपयोग करना। 4💲= घर में कूडा - कचरा रखना। 5💲= रिश्तेदारो से बदसुलूकी करना। 6💲= बांए पैर से पैंट पहनना। 7💲= संध्या वेला मे सोना। 8💲= मेहमान आने पर नाराज होना। 9💲= आमदनी से ज्यादा खर्च करना। 10💲= दाँत से रोटी काट कर खाना। 11💲= चालीस दीन से ज्यादा बाल रखना । 12💲= दांत से नाखून काटना। 14💲= औरतो का खडे खडे बाल बांधना। 15💲 = फटे हुए कपड़े पहनना । 16💲= सुबह सूरज निकलने तक सोते रहना। 17💲= पेड के नीचे पेशाब करना। 18💲= उल्टा सोना। 19💲= श्मशान भूमि में हसना । 20💲= पीने का पानी रात में खुला रखना । 21💲= रात में मांगने वाले को कुछ ना देना । 22💲= बुरे ख्याल लाना। 23💲= पवित्रता के बगैर धर्मग्रंथ पढना। 24💲= शौच करते वक्त बाते करना। 25💲= हाथ धोए बगैर भोजन करना । 26💲= अपनी सन्तान को कोसना। 27💲= दरवाजे पर बैठना। 28💲= लहसुन प्याज के छिलके जलाना। 29💲= साधू फकीर को अपमानित कर...

मंदिरों की छत सपाट क्यों नहीं होती, नुकीली क्यों बनाई जाती

मंदिरों_की_छत सपाट क्यों नहीं होती, नुकीली क्यों बनाई जाती है मंदिर तो आपने देखे ही होंगे। मंदिरों की छतों पर एक विशेष प्रकार की आकृति बनाई जाती है। यह आकृति ऊपर की तरफ नुकीली हो जाती है। प्रश्न यह है कि मंदिरों की छतों को इस प्रकार से क्यों बनाया जाता है। क्या इसके पीछे कोई साइंस है। आइए जानते हैं:- मंदिरों की छत कितने प्रकार की होती है विशेषज्ञों के अनुसार भारत मे 2 तरह की मंदिर निर्माण शैलियां है उत्तर भारत (नागर शैली) दक्षिण भारत (द्रविड़ शैली)। उत्तर भारत मे छत को मंदिर वास्तु की भाषा मे शिखर कहते है और दक्षिण भारत मे इसको विमान कहते है। दक्षिण भारत मे शिखर सिर्फ ऊपर रखे पत्थर को बोलते जबकि उत्तर भारत मे सबसे ऊपर कलश रखा होता है। इसके अलावा इन से मिलती-जुलती कुछ और मंदिर निर्माण शैलियां भी होती है। मंदिर की छत को पिरामिड जैसा क्यों बनाया जाता है धार्मिक दृष्टि से बात करें तो ब्रह्मांड एक बिंदु के रूप में था अतः मंदिर का शिखर एक बिंदु के रूप में होता है जो ब्रह्मांड से सकारात्मक ऊर्जा को संचित करने का काम करता है। विज्ञान भी इस बात को स्वीकार करता है कि अंदर से खोखला इस तरह का पिराम...