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अक्तूबर, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

लोग आपका सम्मान क्यों नहीं करते ?

लोग आपका सम्मान क्यों नहीं करते ? जब आप लोगों के लिए ज्यादा उपलब्ध रहने लगते हैं तो लोग आपका सम्मान करना छोड़ देते हैं जब आप लोगों से बहुत ही ज्यादा समझदारी और प्यार से बात करते हैं तो लोग आप का मजाक बनाने लगते हैं जब हमारे पास पैसे नहीं होते जब तक हम अपने जीवन में कुछ कर नहीं लेते लोग आपका सम्मान नहीं करेंगे लोगों के साथ बदतमीजी से बात करना जब आप लोगों से चिपकना शुरू कर देते हैं तो लोग आपको अपने आप से दूर करने की कोशिश करने लगते हैं आपके पास कोई हुनर ना होना आज के समय में ऐसे व्यक्ति की इज्जत की जाती है जिसके पास कोई अपना हुनर हो जब आप मोटे पतले या फिर अच्छे नहीं दिखते तो लोग आपका मजाक बनाते हैं जब आप अच्छे कपड़े नहीं पहनते हैं जब आप लोगों से किसी भी स्थान में पीछे होते हैं तो वह आपका मजाक बनाते हैं मुझे यह सब बातें बोलते हुए बहुत ही ज्यादा दुख हो रहा है परंतु यह विज्ञान की दृष्टि से भी साफ हो चुका है कि यह सारे मनोवैज्ञानिक तथ्य सच हैॉ

कौन सी आदतें आपको जीवनभर लाभ देंगी?

कौन सी आदतें आपको जीवनभर लाभ देंगी? 3 साल के संघर्ष और असफलता से निकली आदतें, जो जीवनभर लाभ देंगी। सुबह 3 से 4 बजे उठे [ सफलता और अमीरी के लिए ] फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और बाकी सारे समय बर्बाद करने वाले सोशल मीडिया को आज ही अलविदा कह दे। कोरा और टेलीग्राम ऐप्प से दोस्ती बनाये, क्योकी यहाँ पर बिजनेस और ज्ञान की बात होती हैं। टेक्नोलॉजी और इंटरनेट का सम्पूर्ण ज्ञान जरूर प्राप्त करें। आत्मनिर्भर बनने का निर्णय ले, 3 से 5 साल में पूरा जीवन बदल जायेगा। सभी नशे से दूर रहे। योग व ध्यान को दिनचर्या का हिस्सा बनाये। हमेशा बड़ा सोचे और पैसे बचाने का बाद में सोचे पहले पैसा कमाने का सोचे। एक लक्ष्य रखो, एक साथ दो काम किये, मतलब मल्टीटास्किंग तो ना घर के रहोंगे ना घाट के।   इसी वजह से ज्ञान सारा ले लिया पर पैसो की तंगी अभी तक खत्म नही हुई। क्योंकि बार-बार काम बदलता गया, लक्ष्य बदलता गया। एक काम को लगातार 2 से 5 साल नही किया। आप यह गलती मत करना

आदमी की कौन सी आदत से कंगाल हो जाता हैं।

नमस्कार… आदते तो अनेक है जैसे नशा करना, बेईमानी करना, चुगली करना, निंदा करना, आलस्य, ये आदते ही काफी है कंगाली के लिए | क्योंकि व्यक्ति काफी आदते एसी बना लेता है जो उसके लिए ही नासूर बन जाती है | कहतें है आदते अपनी निजी निर्णय से बनती है | और आदते बदली भी जा सकती है | जैसे कि हममे आदत है अच्छे सोच का, प्रेम, सद्भावना , शांत मनोवृति, शुद्ध संकल्प ये आदते हमारे अवगुणों को दूर करती है | अवगुण और गुण इन्ही का सारा खेल हैं | गुण में जन्हा हमारा प्रकाश पुरे शब्बा पर होता, वोही अवगुण में कोई हमे पूछता तक नहीं | कारण हमारे अवगुण एक न एक दिन हमारे लिए ही परेशानी का सबब बन जाता है | सद्गुण है तो हमारे अंदर सद्विवेक है | और हम अंदर से सद्विवेक से सदाचार को उत्पन कर सकते है, सदाचार हमे आचारण सिखाता है | हम सीखते है और उत्पन करते रहते है | उत्पन करना मन का कार्य है | और सभी गुण अवगुण मन, बुद्धि के बीच का सेतु है | ये सेतु इस तरह कार्य करता है जैसे हम इसमें बंधे हुए है | और मन बुद्धि के बंधन से जो वेव्स हमसे निकलती वो हमारा ओरो बन जाता है | उसी ओरो से लोग हमारे पास आते है, या दूर जाते है निर्भर करता...

नौकरी करना ज्यादा अच्छा हैं या फिर व्यवसाय करना? दोनों के नफा-नुकसान क्या हैं?

नौकरी करना ज्यादा अच्छा हैं या फिर व्यवसाय करना? दोनों के नफा-नुकसान क्या हैं? यह बहुत ही पेचीदा मामला है। इस पर हर इंसान की सोच अलग अलग है। जहाँ तक मेरी सोच की बात है। तो मैं व्यवसाय ही करना चाहूंगा। एक कहानी बताता हूं, आप खुद अनुमान लगाइये की सही क्या है (इस कहानी को किसी ने पहले से कोरा पर लिखा हुआ है। दुबारा यह कहानी लिखने से पहले लेखक का नाम ढूंढ रहा था क्रेडिट देने के लिए, लेकिन मैं ढूंढ नही पाया। किसी को भी लेखक का नाम पता चले तो प्लीज कॉमेंट में लिखें।) हम सफलता की किस उचाई पर है यह आज हमारी सोच और मेहनत पर निर्भर करता है. जहां आज कई लोग बड़ी-बड़ी डिग्री लेकर अच्छी नौकरी कर रहे है. तो वहीं कई लोगों ने अपना बिज़नेस शुरू कर दिया है, चाहे वो छोटा हो या बड़ा. नौकरी करने वाले और बिज़नेस करने वाले दोनों की ही सोच काफी अलग होती है. कई लोग सोचते है बिज़नेस करने से अच्छा है कोई सिक्योर जॉब हो. जहा कोई ज्यादा रिस्क ना हो. तो वही कुछ लोगों का सोचना है कि, बिज़नेस जॉब से कई गुना बेहतर है. दुसरो की खरी खोटी सुनने से बेहतर है, हम ही मालिक. देखा जाए तो दोनों में से कोई भी गलत नहीं है. बस लोगों का अप...