अगर आप अपना जीवन जल्दी से बदलना चाहते हैं तो अपना परिवेश(माहौल) बदलिए!
अपने आपसे एक सवाल पूछिए :- जब आप अपने दोस्तों के साथ सड़क के किनारे किसी ठेले पर चाट बताशा खाते हैं, और जब उन्हीं दोस्तो के साथ शहर के सबसे महंगे रेस्टोरेंट में खाते हैं, तो क्या दोनों जगह समान व्यवहार करते हैं? नहीं!
क्यों?
व्यक्तिगत बदलाव के लिए सिर्फ शिक्षा ही काफी नहीं है, एक सही परिवेश होना भी बहुत ज़रूरी है।
- अगर आप एक खिलाड़ी बनना चाहते हैं, तो अपने आप को खिलाड़ियों के बीच रखिए।
- अगर आप एक सफल निवेशक बनना चाहते हैं, तो निवेशकों की संगत ज़रूरी है।
- अगर आप एक बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं, तो आपके चारों तरफ बिजनेस माइंडसेट के लोग होने चाहिए।
- अपने बच्चे को सिगरेट पीने से मत रोकिए, अगर उसने आपको जीवन भर धूम्रपान करते हुए देखा है। बच्चे, आपके एक्शन्स फॉलो करते हैं, न कि आपकी सलाह।
- यदि आप पुराने वाले रेस्टोरेंट में ही जाते रहेंगे, तो अपने खाने की आदतों को बदलने कि उम्मीद न करें।
- एक कॉलेज/स्कूल से रोज़गार पैदा करने की उम्मीद न करें जो आपके बच्चे को एक आज्ञाकारी कर्मचारी होने और निर्देशों का पालन करने के लिए प्रशिक्षित कर रहा है।
- अपने कर्मचारियों से महान योगदान की उम्मीद न करें अगर आपने उनको सही परिवेश नहीं दिया है। ये आपकी गलती है, उनकी नहीं।
अगर आप अपना या दूसरों का जीवन बदलना चाहते हैं, तो शुरुआत माहौल बदलने से करिए।
और एक बात: माहौल बनता नहीं, बनाना पड़ता है।
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