काल शिव को कहा जाता हे और उनकी अर्दगनी होने के कारण ही काली को काली कहा जाता हे!यह तेज,पराक्रम,विजय,वैभव की अधिस्तात्री देवी हे दस महाविद्याओ में प्रमुक इस्तान काली जी का हे,दार्शनिक दरस्ती से काल तत्व की प्र्मुकता होने के कारण काली जी का प्रमुख इस्तान माना जाता हे,लेकिन काली जी का सर्वादिक प्रचलित रूप दक्चिना काली का हे,इसी रूप में काली जी की साधना की जाती हे काली जी को कालिका सियामा और रक्ता भी कहा जाता हे,तंत्र शादना में काली जी का प्रमुक इस्तान हे इन्ही की पूजा की जाती हे!
भोजन का एकमात्र उद्देश्य भुख मिटाना ही नहीं है उसका मुख्य उद्देशआरोग एवं स्वास्थ्य ही हैं जिस भोजन में भूख को तो मिटा दिया किंतु स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाला वह भोजन उपयुक्त भोजन नहीं माना जाएगा उपयुक्त भोजन वही है जिससे स्वास्थ्य की वृद्धि हो विटामिनों की दृष्टि हरे शाक तथा फल आदी ही स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है इसके अतिरिक्त नमक आवश्यक तत्व भी फलो तथा शाको मे पाया जाता है अनाज के छिलकों में भी यह तत्व वर्तमान रहता है किंतु अझानवश मनुष्य अनाजों को पीसकर यह तत्व नष्ट कर देते हैं कहना न होगा कि प्रकृति किस रूप में फलों और अनाजों को पैदा और पकाया करती है उसी रूप में ही वे मनुष्य के वास्तविक आहार है।
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