मनुष्य मात्र को परमात्मा प्राप्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है| मनुष्य जिस वर्ण,आश्राम, धर्म,साप्रदाय, वेशभूषा देश, आदि में है,वही रहते हुए वह अपना कल्याण कर सकता है, मनुष्य प्रत्येक परिस्थितियों में परमात्मा को प्राप्त कर सकता है, इसके लिए उसे परिस्थिति बदलने की जरूरत नहीं है, सांसारिक वस्तुओं की प्राप्ति तो कर्म करने से होती है, पर परमात्मा की प्राप्ति कुछ भी ना करने से होती है ,परमात्मा की प्राप्ति जड़ता {शरीर, इंद्रियां, मन, बुद्धि} के द्वारा नहीं होती, प्रत्युत जड़ता के त्याग से होती है|
सूर्योदय से पहले उठो। 2. सुबह जल्दी उठकर कसरत करें। 3. नाश्ता न छोड़ें। 4. 10 मिनट योगा या मेडिटेशन सेशन करें। 5. सोशल मीडिया पर समय बर्बाद करना बंद करो। 6. बेहतर व्यक्तित्व के साथ समय बिताना शुरू करें। 7. यूट्यूब की बजाय टेड वार्ता देखें। 8. परिवार के लिए समय निकालें। 9. हर हफ्ते कम से कम एक बार लंबी सैर करें। 10.बिस्तर पर जाने से पहले कुछ पढ़ें। और एक बोनस, उस व्यक्ति के उत्तर को धन्यवाद देना कभी न भूलें जिसने आपकी मदद की
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