health
स्वास्थ्य ही धन है’ कहावत स्वास्थ्य के मूल्य को धन से तुलना करती है और इस बात का संकेत करती है कि स्वास्थ्य धन से भी अधिक मूल्यवान है। जब एक धनी व्यक्ति को बीमारियाँ होती हैं तो वह एक स्वस्थ गरीब व्यक्ति से भी अधिक दुखी हो जाता है। उसका जीवन सबकुछ होते हुए भी निर्थक हो जाता है। धन से खुशी और स्वस्थ जीवन को नहीं खरीदा जा सकता: यह तो केवल एक सीमित समय के लिए जीवन में आराम और खुशियाँ दे सकता है हालांकि, एक अच्छा स्वास्थ्य किसी भी अच्छी या बुरी स्थिति में हमेशा साथ चलता है। अच्छा स्वास्थ्य एक व्यक्ति को (चाहे स्वस्थ हो या गरीब) हमेशा के लिए सुखी और प्रसन्नचित बनाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति धनी व्यक्ति से ज्यादा बेहतर जीवन जीता है। वह अपने ऊपर कोई दबाव महसूस नहीं करता और तनाव मुक्त जीवन व्यतीत करता है।
स्वस्थ व्यक्ति जीवन के प्रत्येक चरण पर स्वस्थ ही रहता है हालांकि, एक अस्वस्थ व्यक्ति एक छोटी सी समस्याग्रत स्थिति को भी सहन नहीं कर सकता। स्वस्थ होना या बने रहना ज्यादा महँगा नहीं है; स्वस्थ रहने के लिए किसी को भी समय पर भोजन करने, स्वस्थ जीवन-शैली और दैनिक शारीरिक व्यायाम को बनाए रखने की जरुरत है। कुछ लोग भविष्य के लिए धन एकत्र करते हैं, लेकिन अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते हैं। धन की बचत करना भविष्य के लिए अच्छी आदत है, लेकिन स्वास्थ्य की परवाह न करना भविष्य के लिए अच्छा नहीं है। लोगों को धन की बचत करने के साथ ही अपने स्वास्थ्य को भी बनाए रखना चाहिए।
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